शादी की सुहागरात एक नई प्रथा भाग 3 | जिस्म की गरमी | हिन्दी कहानियां

रानी सुबह उठती है और देखती है कि दरवाजे की कुंडी अभी भी लगी हुई है। फिर आखिर उसके साथ जबरदस्ती रोमांस कौन कर रहा था। सोचती है, वो अपने साथ हुए रात के उस गंदे राज के बारे में समझ गई कि कोई तो है जो उसके साथ इस तरह की गंदी हरकत कर रहा है है लेकिन लोकलाज की वजह से चुप है।

रानीमुख्य किरदार
दामोदरपिता
शांति देवी मां
श्यामूभाई
सुलोखनदामोदर के मित्र
रोहितपति
करनरोहित का छोटा भाई
परिचय

आज वो देर से उठी सबको थोड़ा अजंभा हुआ सभी ने इसका कारण पूछा तो उसने सिरदर्द का बहाना बनाकर बात को टाल दिया। रोहित हॉस्पिटल से सुबह आया और नाश्ता करके जल्दी ही निकलने को बोलता है। सभी लोग एक साथ बैठकर सुबह का नाश्ता करते है। अब रानी मन ही मन रात में हुए उस आश्चर्य भरे चरमसुख की खोज करती है कि आखिर उसके साथ ऐसा कौन कर रहा है और कैसे।

आज उसने अपने मन में ठान लिया है कि कुछ तो राज है जो उससे छुपाया जा रहा है, जो उसको नही पता। धीरे धीरे समय बीता और दोपहर के खाने के बाद सभी लोग अपने कमरे में आराम करने जाते है। रानी भी अपने कमरे में आराम करने चली जाती है। अंदर से कुंडी लगाने के बाद इधर उधर देखने लगती है। उसे कमरे में कुछ अलग नही दिखता। परेशान होकर रानी बेड पर लेट जाती है। तभी अचानक उसे कमरे में रखी अलमारी जोकि बहुत पुरानी है जिसमे रोहित का जरुरी सामान रखा हुआ उसके पास एक रिंग पड़ी हुई है। जोकि उसने खाना खाते समय करन के हाथ में देखी थी।

उसे अजीब लगता है और वो संकोच में पड़ जाती है। फिर वो अलमारी को एक तरफ खिसकाने को कोशिश करती है तमाम कोशिशों के बाद वो इस काम में सफल तो हो जाती है। अलमारी के पीछे दीवार पर ऐसा कुछ नही है। रानी चिंतित है कि आखिर वो रास्ता कोनसा सा है जहा होकर करन आता है। तभी वो दीवार पर हाथो के निसान देखती है। रानी उन हाथो के निशान पर धक्का देती है और खिड़की खुल जाती है। रानी आश्चर्य से देखती हुई कि आखिर यह रास्ता कैसे और कहा जाता है। वो अब समझ चुकी है कि करन इस गुप्त रास्ते से उसके पास आता है।

रानी को अब सबकुछ पता चल गया है कि यही वो गुप्त दरवाजा है जहा से वो आकर उसके साथ शारीरिक सुख भोग करता है। अगले दिन भी ऐसी ही चलता है लेकिन रानी ने आज कुछ नही खाया लेकिन करन को लगता है उसने शाम की चाय में नशे की दवा डाली थी वो काम कर गई। क्योंकि रानी सर पकड़ते हुए अपने कमरे के अंदर जाती है।

प्लान के अनुसार करन उसी दरवाजे से रानी के कमरे में जाता है। आज उसने रोमांस का नया तरीका अपनाने का सोचा है। उसने पहले से ही रानी के गुप्त अंगों को छूना शुरू कर दिया है जिससे रानी बहुत जल्द गरम होकर उसका साथ देने लगती है। रानी के इस तरह के व्यवहार से करन समझ गया कि उसे अब सब कुछ पता चल गया है। शारीरिक रीतक्रिया के बाद दोनो लोग इसके बारे में बात करने लगते है।

अब करन हर दिन रानी के कमरे में आता है और शारीरिक सुख भोग करने के बाद उसी गुप्त रास्ते से अपने कमरे में चला जाता है। यह सिलसिला जारी रहता है। एक दिन रोहित घर नही है और रानी के लंबे इंतजार के बाद भी करन इसके कमरे में मिलने नही आता। आखिर क्या हुआ करन के साथ वो आज रानी के साथ मिलने क्यों नही आया। रोमांस की चाह में खुलेंगे नए राज , मन में है बैचेनी प्रेमी से मिलने की, लेकिन प्रेमी नही आया पास।

यह भी पढ़े: शादी की सुहागरात एक नई प्रथा भाग 4 जिस्म की गरमी

आग्रह : अगर आपको शादी की सुहागरात एक नई प्रथा हिंदी कहानी अच्छी लगी तो उसे फेसबुक व्हाट्सऐप, टेलीग्राम पर अपने मित्रो के साथ जरूर शेयर करे। आप अपना अमूल्य सुझाव कमेंट में नीचे दे अगर आपके पास भी इस तरह की कोई कहानी है तो उसे हमारी ऑफिशियल मेल आईडी contact@trflix.in पर साझा कर सकते है।

8 thoughts on “शादी की सुहागरात एक नई प्रथा भाग 3 | जिस्म की गरमी | हिन्दी कहानियां”

Leave a Comment